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Saturday, May 17, 2014

1 भाजप मानो कॉंग्रेस का बाप निकला !!




२०१४ लोकसभा निवडणुकीत भाजप चा दणदणीत विजय व कॉंग्रेस व इतर पक्षांचा दारूण पराभव झाला. त्या प्रसंगावर आधारित कविता.....



दरवाजा खुला तो कुछ खास निकला
भाजपा मानो, काँग्रेस का बाप निकला I

दस साल चिपका ‘मौनी’ निकला,
मम्मी तो मम्मी, पप्पुभी निकला I

माया की माया, रूह से निकली,
मुलायम की इज्जत घरमे हि निकली I

खिसकी नितीश के पाव तले मिट्टी,
जब शरद की भी हो गई छुट्टी I

दरवाजा खुला तो रमनजी हंसे
एमपी में कमलनाथ, कमल में फसे I

दरवाजा खुला तो पृथ्वी-राज ओव्हर
दिल्ली से हो गये केजरी बाहर I

सारे सवालों के जबाब मिल गये
केजरी बस प्रश्नावली धरे रह गये I

दरवाजा खुला तो हमें मिली राहत
जब नेताजी बडी चाहत के निकले I

निकले मेरे अरमान मगर देर से निकले
देर से हि सही, मगर दुरुस्त निकले I

-    प्रकाश पटवर्धन."

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