राज़ उल्फत का छुपाए जायेंगे
हम उसी को आजमाए जायेंगे I
*
क्या है हस्ती, मुस्कुराए जाएगें
दर्द को भी हम मिटाए जाएंगे, I
*
डर के गर हम मौन सहते जाएंगे
टूटकर एक दिन बिखरे जाएंगे I
*
देश पर जां को लुटाते जाएगें
नाम रोशन खास करते जाएंगे I
*
व्यर्थ सब हम क्यों बटोरे जाएगे
क्या है जो हम संग लेके जाएगे I
*
तोडकर सब बेडियां ये जाएगे
इक नया संसार वो दे जाएगे I
*
मुफ्लिसी में यूं सताये जाएंगे
एसी कमरे में सुलाये जाए I
*
ये हवस तू छोड मारे जाएंगे
कर फकीरी, सब लुटाते जाएंगे I
- प्रकाश पटवर्धन, पुणे.
हम उसी को आजमाए जायेंगे I
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क्या है हस्ती, मुस्कुराए जाएगें
दर्द को भी हम मिटाए जाएंगे, I
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डर के गर हम मौन सहते जाएंगे
टूटकर एक दिन बिखरे जाएंगे I
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देश पर जां को लुटाते जाएगें
नाम रोशन खास करते जाएंगे I
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व्यर्थ सब हम क्यों बटोरे जाएगे
क्या है जो हम संग लेके जाएगे I
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तोडकर सब बेडियां ये जाएगे
इक नया संसार वो दे जाएगे I
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मुफ्लिसी में यूं सताये जाएंगे
एसी कमरे में सुलाये जाए I
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ये हवस तू छोड मारे जाएंगे
कर फकीरी, सब लुटाते जाएंगे I
- प्रकाश पटवर्धन, पुणे.
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